जैन धर्म और जैन समाज के बारे में मेरे लेख, विचार और टिपण्णियां. मेरा उद्देश जैन युवक और युवतियों को कर्मकांड, पंथवाद, मुनियों की अंधभक्ती, जातीवाद जैसी बातों से सावधान करना और उनको स्वतंत्र विचारक बनने के लिये प्रेरीत करना यह है.